शब्दों में शब्द मृदुलतम है जो
स्वरों में स्वर समवेतम् है जो
अक्षरों में अक्षर ओंकार है जो
वायु में वायु प्राणवायु है जो
मृदुल समवेत ओंकार जीवन
ममता का अनुपम संसार जीवन
बुद्धि शुद्धि समृद्धि पथ पर
पल पर अग्रसर है ये जीवन
जीवन के क्षण-क्षण प्रतिक्षण
जीवन का आधार है जो
प्राणमय उस प्राणाधार को
सहस्त्र करों से उपहार जीवन।
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